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गणपति जी भजन 2025 । शहनाज अख्तर तथा अन्य गायकों के प्रसिद्ध भजन लिरिक्स

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भगवान गणपति जी के चुनिंदा भजन (Lyrics + Video) भगवान गणपति जी के चुनिंदा भजन Lyrics केसरिया रंग में · हर भजन तक पहुँचने के लिए नीचे TOC पर क्लिक करें सूची: 1) घर में पधारो गजानंद जी 2) म्हारे कीर्तन में रस बरसाओ 3) गणेश भजन — सब देवों ने फूल बरसाये 4) मोरी अरज सुनो गणराजा (श्रीमती शहनाज अख्तर) 5) आये तुम्हरे द्वार हे गणराजा (श्रीमती शहनाज अख्तर) सभी भजन भगवान गणपति जी को समर्पित घर में पधारो गजानंद जी भजन 1 · Lyrics नीचे · वीडियो इसके बाद घर में पधारो गजानंद जी, मेरे घर में पधारो। रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा, मेरे घर में पधारो। राम जी आना, लक्ष्मण जी आना, संग में लाना सीता मैया, मेरे घर में पधारो। ब्रह्मा जी आना, विष्णु जी आना, भोले शंकर को ले आना, मेरे घर में पधारो। लक्ष्मी जी आना, गौरा जी आना, सरस्वती मैया को ले आना, मेरे घर में पधारो। विघ्न को हरना, मंगल करना, कारज शुभ कर जाना, मेरे घर में पधारो। म्हारे कीर्तन में रस बरसाओ भजन 2 · Lyrics नीचे · वीड...

रंग दे चुनरिया: भजन सम्राट अनूप जलोटा का मधुर भजन - लिरिक्स

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रंग दे चुनरिया: भजन सम्राट अनूप जलोटा का मधुर भजन - लिरिक्स रंग दे चुनरिया: भजन सम्राट अनूप जलोटा का मधुर भजन - लिरिक्स यह भजन भगवान कृष्ण के प्रति प्रेम और भक्ति को दर्शाता है। भक्त अपनी आत्मा को प्रभु के रंग में रंगने की इच्छा व्यक्त करता है। **भजन सम्राट अनूप जलोटा जी** की मधुर आवाज में यह भजन बहुत ही कर्णप्रिय लगता है। इस पोस्ट में हम इस प्रसिद्ध भजन के बोल और भावार्थ के बारे में जानेंगे। विषय-सूची गायक अनूप जलोटा का परिचय भजन के बोल: रंग दे चुनरिया भजन का भावार्थ गायक अनूप जलोटा का परिचय अनूप जलोटा, जिन्हें 'भजन सम्राट' के नाम से भी जाना जाता है, एक भारतीय गायक और संगीतकार हैं जो अपने भजनों और ग़ज़लों के लिए प्रसिद्ध हैं। भजन गायकी में उनके योगदान के लिए उन्हें 2012 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। उनके भजन जैसे 'ऐसी लागी लगन' ने उन्हें घर-घर में लोकप्रिय बना दिया। अनूप ज...

भजन सागर । मेरे दिल में रहने वाले lyrics। गायक श्रद्धेय श्री विनोद अग्रवाल जी

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  मेरे दिल में रहने वाले - भजन लिरिक्स मेरे दिल में रहने वाले - एक भावपूर्ण भजन यह भजन भगवान कृष्ण (कन्हैया) से एक भक्त की गहरी पुकार और शिकायत को दर्शाता है। भक्त अपने प्रिय से पूछता है कि वह उससे दूर क्यों है, और अपनी विरह वेदना को व्यक्त करता है। यह भजन प्रेम, शिकायत और मिलन की तीव्र इच्छा का एक सुंदर मिश्रण है। भजन के बोल मेरे दिल में रहने वाले मुझसे न काओ क्यों [00:00:41] इतना मुझे बता दे मुझसे छिपा [00:01:25] प्यारे इतना तो बता दे ए कन्हैया क्यों नजरों से दूर है तू [00:02:00] मिलना ही तुझे मंजूर नहीं या मेरी तरह मजबूर है तू वाह [00:02:15] मैंने तो ये सुना है तुम हो दया के सा [00:02:52] लाखों को तूने तारा मुझसे जवाब क्यों [00:03:32] क्या तुम मेरी रोज मर्र की जिंदगी को नहीं देख रहे [00:04:01] क्यों हमें यह रोज मौत के पैगाम दिए जा रहे हैं [00:04:16] सजा क्या यह कम है कि इस हाल में भी हम जिए जा रह...

श्याम घन कब बरसोगे आज - श्रद्धेय श्री विनोद जी अग्रवाल भजन lyrics | भजन सागर

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श्याम घन कब बरसोगे - भजन लिरिक्स श्याम घन कब बरसोगे - भजन लिरिक्स यह भजन भगवान श्याम (कृष्ण) से वर्षा के लिए प्रार्थना और उनके दर्शन की लालसा को व्यक्त करता है। यह एक भक्त की विरह वेदना और मिलन की आतुरता को दर्शाता है। भजन के बोल श्याम घन कब बरसोगे [00:00:54] कब हमलन संताप न सेग [00:01:11] विरह निराग न सा [00:01:32] कब मम मन मयूर नाचे [00:02:46] उर आनंद ना समा [00:03:02] कब चित चातक चहकी उठेगा [00:03:43] श्याम स्वाति जल पा [00:03:59] बरसाने सो उठी बदरिया [00:05:32] घिर गोकुल पर आई [00:05:46] यमुना भी मधुवन भीगा [00:05:57] गोवर्धन परछाई [00:06:04] ग्वाले भीगे गैया भीगी [00:06:24] नंद यशोमति माई [00:06:32] चीर भिगोए ब्रिज बनि तन के [00:06:47] कुंज कुंज मुस्काई [00:06:53] कारी कारी कामर यो [00:07:17] भीगे...