श्याम घन कब बरसोगे आज - श्रद्धेय श्री विनोद जी अग्रवाल भजन lyrics | भजन सागर

श्याम घन कब बरसोगे - भजन लिरिक्स श्याम घन कब बरसोगे - भजन लिरिक्स यह भजन भगवान श्याम (कृष्ण) से वर्षा के लिए प्रार्थना और उनके दर्शन की लालसा को व्यक्त करता है। यह एक भक्त की विरह वेदना और मिलन की आतुरता को दर्शाता है। भजन के बोल श्याम घन कब बरसोगे [00:00:54] कब हमलन संताप न सेग [00:01:11] विरह निराग न सा [00:01:32] कब मम मन मयूर नाचे [00:02:46] उर आनंद ना समा [00:03:02] कब चित चातक चहकी उठेगा [00:03:43] श्याम स्वाति जल पा [00:03:59] बरसाने सो उठी बदरिया [00:05:32] घिर गोकुल पर आई [00:05:46] यमुना भी मधुवन भीगा [00:05:57] गोवर्धन परछाई [00:06:04] ग्वाले भीगे गैया भीगी [00:06:24] नंद यशोमति माई [00:06:32] चीर भिगोए ब्रिज बनि तन के [00:06:47] कुंज कुंज मुस्काई [00:06:53] कारी कारी कामर यो [00:07:17] भीगे...