रेलवे टिकट में आधार कार्ड अनिवार्य: अब जनता को राहत, दलालों पर रोक
भारतीय रेलवे ने एक बड़ा और जनहितकारी फैसला लिया है। अब रेलवे टिकट बुकिंग में आधार कार्ड अनिवार्य
आधार अनिवार्यता का क्या मतलब है?
- अब जब कोई यात्री IRCTC की वेबसाइट या ऐपआधार कार्ड नंबर देना अनिवार्य
- यदि टिकट एजेंट या दलाल एक ही व्यक्ति के नाम पर कई टिकट निकालने की कोशिश करते हैं, तो सिस्टम तुरंत अलर्ट करेगा।
- ऑफलाइन टिकट
आम जनता को क्या फायदा होगा?
- दलालों से छुटकारा: अब IRCTC और रेलवे काउंटर से बड़ी संख्या में फर्जी टिकटें बनवाने वालों पर रोक लगेगी।
- बिलकुल सही अमाउंट में टिकट: अब कोई अतिरिक्त पैसा लिए बिना, आम आदमी खुद टिकट बना सकेगा।
- असली यात्री को प्राथमिकता: नाम, ID और फोटो आधार से जुड़ जाने के कारण केवल सही व्यक्ति को टिकट मिलेगा।
- टिकट जलने से बचाव: दलाल पहले टिकट बुक कर लेते थे और बाद में बेचते नहीं तो सीटें खाली चली जाती थीं। अब ऐसा नहीं होगा।
ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रक्रिया में क्या बदलाव आया है?
ऑनलाइन (IRCTC से टिकट बुकिंग):
- IRCTC वेबसाइट या ऐप पर जाएं
- Login करें या नया अकाउंट बनाएं
- यात्रा की तिथि, गंतव्य और ट्रेन भरें
- यात्री की जानकारी भरते समय आधार नंबर दर्ज करें
- बुकिंग पूरी करें और भुगतान करें
ऑफलाइन (रेलवे स्टेशन काउंटर पर):
- अब ID प्रूफ के रूप में आधार कार्ड को प्राथमिकता
- यदि एक व्यक्ति एक से अधिक टिकट लेने की कोशिश करता है, तो उसे रोका जा सकता है
क्या यह फैसला सही दिशा में कदम है?
बिलकुल। आधार कार्ड पहले ही कई सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता लाने में सहायक रहा है। अब रेलवे टिकट बुकिंग में आधार अनिवार्यता
इसके ज़रिए सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि "रेलवे की हर सीट, असली यात्री को मिले — ना कि किसी दलाल को।"
निष्कर्ष
आधार को रेलवे टिकट से जोड़ना एक सकारात्मक कदम है। यह व्यवस्था धीरे-धीरे पूरे देश में लागू की जा रही है, जिससे भविष्य में ट्रेन में यात्रा और भी पारदर्शी और सुरक्षित होगी।
आप भी इस सुविधा का लाभ लें और दूसरों को जागरूक करें।
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